Priyanka06

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लेखनी कविता -11-May-2022 म्हारो राजस्थान आपणो राजस्थान

शीर्षक- म्हारो राजस्थान आपणो राजस्थान

रचीयता-प्रियंका भूतड़ा

हे म्हारो राजस्थान आपणो राजस्थान,
राजस्थान की बात निराली,
जयपुर यहां की राजधानी।
गुलाबी सिटी है बड़ी सुहानी।।

है म्हारो राजस्थान आपणो राजस्थान

राजस्थान का नृत्य घूमर,
लगता है सबको प्रिय,
घूमर नृत्य देख लगे सब झूमने।
राजस्थान का है प्रसिद्ध नृत्य।।

राजस्थान का कालबेलिया नृत्य,
करे सबके मन को आकर्षित।
कालो कूद पड़ो गीत,
म्हारे मन को लुभावे।।

ह म्हारो राजस्थान आपणो राजस्थान

राजस्थान में करते सबको राम राम,
जपते हम दिन में  हर बार।
मन को करता है भाव- भाव,
ध्यान में होता राम का नाम ।।


हे म्हारो राजस्थान आपणो राजस्थान

राजस्थान कहलाए मरुधर,
यहां के जानवर भी हैं प्रमुख।
वन- वन नाचे मोर,
मन में करे शोर।।

हे म्हारो राजस्थान आपणो राजस्थान

रेगिस्तान का जहाज,
कहलाए, ऊंट महान।
बिन  पानी रहे सप्ताह,
जिसे जाना जाता है हर किताब।।

हे म्हारो राजस्थान आपणो राजस्थान

जैसलमेर  की हवेलियां,
करती है सबको आकर्षित।
यहां पर हुई कई वीरांगना,
हुए है कई वीर।।

हे म्हारो राजस्थान आपणो राजस्थान

महाराणा प्रताप जैसे वीर योद्धा,
लिखी गई महागाथा।
पद्मावती, जोधाबाई, झांसी की रानी,
लिखी अपनी इतिहास कहानी।
ऐसा है म्हारा राजस्थान।।

हे म्हारो राजस्थान आपणो राजस्थान



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17 Comments

Reyaan

13-May-2022 07:38 PM

Very nice 👍🏼

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Seema Priyadarshini sahay

12-May-2022 06:53 PM

बेहतरीन👌👌

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Haaya meer

12-May-2022 06:38 PM

Very nice

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